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नया दिन नया जन्म

poem

नया दिन नया जन्म

केवल सूरज के निकलने भर से
सवेरा नहीं होता है।
विचारों के बदलने से भी
नये दिन का शुरुआत होता है।

कौन कहता है
जन्म केवल एक बार होता है।
जन्म बार-बार होता है
जब भी नया ज्ञान प्राप्त होता है।


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©  2025 Ganesh Kumar